By- अहमद सुहैल
हापुड। पिछले कुछ दिनों में जनपद हापुड़ अपराधियों के लिए किसी नरक से कम नहीं रहा होगा, पुलिस कप्तान दीपक भूकर के नेतृत्व में लगभग सभी थाना क्षेत्रों की पुलिस ने एसओजी के साथ मिलकर बड़ी कार्यवाहियों को अंजाम दिया है जिसका परिणाम यह रहा कि अनेकों इनामी बदमाशों को पुलिस मुठभेड़ों के चलते ज़ख्मी होना पड़ा और अपने साथियों सहित जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ा, जिसके फलस्वरुप पूरे जनपद में पुलिस का इकबाल बुलंद होना तो तय है I
किन्तु इसके बिल्कुल उलट कुछ बड़ी वारदातों ने व्यापारियों के साथ ही आमजन में भी दहशत का माहौल पैदा कर दिया है दरअसल दो अलग अलग सर्किल पिलखुआ एंव हापुड़ में व्यापरियों से बड़ी लूट का होना कानून व्यवस्था को लेकर बड़ी चुनौती बन गया है, इन लूट की घटनाओं में एक बात जो समान नजर आ रहीं है वो यह है कि दोनों ही घटनाएं व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर घटित हुई जिसमें लुटेरों द्वारा व्यापरियों को गोली मारकर लूट को अंजाम दिया गया और लाखों रुपयों की नकदी लूट ली गयी तथा अपराधी वारदात को अंजाम देकर आसानी से भागने में सफल भी रहे हैं, हालांकि पिलखुआ में हुई लूट की घटना के आरोपियों को पुलिस ने घटना के चार दिन बाद ही त्वरित कार्रवाई करते हुए हिंडालपुर में एसटीएफ (नोएडा यूनिट) के साथ मिलकर मुठभेड़ में घेर लिया जिसमें एक आरोपी को घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया और दो अन्य मौका देख भाग निकले तथा दूसरी लूट की घटना जो देहात थाने के इन्द्रगढ़ी में घटी के आरोपियों की अभी भी सरगर्मी से तलाश जारी है।
इसके अलावा एक अन्य घटना जिसने जनपद में सनसनी फैलाई वह सिंभावली थाना क्षेत्र के गांव औरंगाबाद में नाली विवाद को लेकर चली आ रही पुरानी रंजिश थी जिसमें अपराधियों ने पुलिस का खौफ ना खाते हुए अपने पड़ोसी युवक को गोलियों से भूनकर दिनदहाड़े मार डाला था, इस घटना के बाद भी पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई की गई और एक आरोपी युवक मुठभेड़ में घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया गया जिसमें उसके पैर में गोली लगी थी। इन सभी घटनाओं के बाद पुलिस की ओर से तुरंत ऐक्शन लेते हुए जो कार्यवाही की गयी वह सच में काबिले तारीफ है।
इसके अलावा कल रात थाना देहात क्षेत्र के इमटोरी में मकान से डंपर टकराने के बाद हुई घटना भी यह बात उजागर करने के लिए काफ़ी है कि कहीं ना कहीं पुलिस और जनता के बीच आपसी विश्वास में जरूर कमी आयी है जिसको बनाए रखना बेहद जरूरी है और व्यवस्था के लिहाज से इसके लिए पहल करने की कोशिश पुलिस को करनी चाहिए। इन सारी बातों के अलावा एक बात बतानी यहां यह भी जरूरी है कि कानून व्यवस्था की स्थिति को सुधारने के लिए जनपद के पुलिस प्रमुख दीपक भूकर द्वारा सही वक्त पर एक बड़ा फेरबदल किया गया है और सजगता बनाए रखने के लिए जिसे शायद वह आगे भी जारी रख सकते हैं ताकि विभाग में किसी भी प्रकार की निष्क्रियता पैदा ना हो सके।
बावजूद इसके अब तक की गयी सभी कार्यवाहियों के बाद भी व्यापारियों सहित जनपद वासियों में भय का माहौल व्याप्त है जिसके लिए पुलिस को बाकायदा व्यापारी वर्ग एवंम समाज के लोगों को अपने विश्वास में लेने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए तथा अतिरिक्त सजग रहना पड़ेगा क्योंकि लूट, हत्या, डकैती व अन्य आपराधिक वारदातों से क्षुब्ध व्यापारी तथा आम जनमानस गुस्से में उबल रहा है।