मेरा चांद नजर आया है ..... करवाचौथ के अवसर पर सुहागिनों ने पति की दीर्घायु के लिए निर्जला व्रत रखा। रात को चांद को अर्घ्य देकर अपने पति के हाथों से पानी पीकर व्रत खोला
रिपोर्ट :- नवीन गौतम / शिवकुमार रावत
हापुड। कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष चतुर्थी पर बृहस्पतिवार को करवाचौथ का त्योहार नगर समेत समूचे क्षेत्र में परंपरागत ढंग में मनाया गया। सुहागिनों ने दिनभर निर्जल व्रत रखा और रात में चंद्रमा निकलने पर छलनी में दर्शन करके पूजा अर्चना की। इसके बाद पति के हाथों से जल ग्रहण कर करवाचौथ का व्रत खोला। पतियों ने अपनी जीवन संगनियों को उपहार भी दिए। सुहागिनों ने देर शाम को भगवान गणेश, शिव-पार्वती और चौथ माता की कथा सुनीं। जिसके बाद उन्होंने अपने सास-ससुर व ज्येष्ठों को कपड़े आदि उपहार भेंटकर आशीर्वाद लिया।
सुहागिनों ने बृहस्पतिवार को करवाचौथ का पर्व धूमधाम से मनाया। पति की लंबी आयु के लिए दिनभर निर्जला व्रत रखा। रात में सुहागिनों ने छलनी में चांद की झलक देखकर पति को देखा। इसके बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर पति के हाथों से पानी पीकर उपवास खोला।
करवा चौथ पर सुहागिनों ने सुबह से ही तैयारियां शुरू कर दी थी। सुबह और दोपहर के समय घर की बुजुर्ग महिलाओं ने उन्हें करवा चौथ व्रत की कथा सुनाई। मेहंदी से सजे हाथ और कलाइयों से घर के तमाम काम काज निपटाती महिलाओं के चेहरे पर करवा चौथ का व्रत रखने की चमक दिनभर बनी रही। करवा चौथ की कथा सुनने से पहले महिलाओं ने सोलह श्रृंगार किया। जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ा और सूर्यास्त होने लगा को दिनभर से भूखी प्यासी सुहागिनों का गला भी प्यास के कारण सूखने लगा। शाम ढलते ही महिलाएं उत्साहित होकर छतों पर जाकर पति के साथ खड़ी हो गईं। चांद के दर्शन होते ही सुहागिनों ने अपने पति के हाथ से जल ग्रहण करने की परंपरा का निर्वाह किया। देर शाम चांद का दीदार होते ही महिलाओं ने परंपरा का निर्वाह किया और चांद को अर्घ्य देकर पति के हाथों से पानी पीकर उपवास खोला।
नवविवाहित युवाओं ने ली सेल्फी
नवविवाहित जोड़ों ने सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर अपलोड की। सजे-धजे जोड़ों की चमक बाजार में भी नजर आई। वहीं, रेस्टोरेंट में रात्रि के समय जीवन साथियों ने साथ में भोजन किया। इस दौरान होटल और रेस्टोरेंटों में काफी भीड़ देखने को मिली।
उपहार देकर जीवन संगिनियों को किया खुश
पतियों ने भी करवाचौथ पर जीवन संगिनियों को उपहार दिए। सुहागिनों ने देर शाम को भगवान गणेश, शिव-पार्वती और चौथ माता की कथा सुनी तथा अपने सास-ससुर को वस्त्रों समेत विभिन्न प्रकार के उपहार भी भेंट किए। वहीं, करवा चौथ पर सराफा बाजार से लेकर गोल मार्केट, रेलवे रोड, कोठी गेट आदि पर दिनभर रौनक रही।