Banga Electronics

Kidszee

हापुड : बारूद के ढेर पर बैठी पिलखुआ की दिनेश नगर सोसाइटी


रिपोर्ट- सुमत शिशोदिया
 हापुड। पिलखुवा स्थित दिनेश नगर सोसायटी जनपद की चुनिंदा ऐप रोड कॉलोनियों में आती है जिसमें लगभग एक हजार से 12 सौ परिवार निवास करते हैं। जनपद के प्रथम आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज जीएस मेडिकल के बहुत से छात्र एवं छात्राएं एवं स्टाफ भी इसी कॉलोनी में निवास करता है कलानी को डेवलप हुए करीब 12 से 15 साल हो चुके हैं बावजूद इसके कॉलोनी में मूलभूत आवासीय सुविधाओं का अकाल सा पड़ा है सुनने में आ रहा है कि कॉलोनाइजर के रिश्तेदारों की सत्ता में अच्छी पकड़ होने के कारण आवासीय आवासीय मानकों के बिना पूरा किए प्राधिकरण ने दिनेश नगर सोसाइटी का अप्रूवल दे दिया। स्थानीय निवासियों का यहां तक कहना है कि NCR के एक बड़े भाजपा नेता का काला धन इस कॉलोनी को बसाने में लगा है हालात यह हैं कि जब स्थानीय निवासी अपनी मूलभूत परेशानियों की शिकायतें लेकर संबंधित विभाग के अधिकारियों के पास जाते हैं तो सत्ताधारी नेता के हस्तक्षेप की बात बोलकर अधिकारी भी अपना पल्ला झाड़ लेते हैं आए दिन निवासियों को बिजली के बिल में अवैध वसूली सिक्योरिटी एवं सीसीटीवी सुविधा होने के बावजूद भी घरों में चोरी कॉलोनी में फायर सिस्टम की मृत पड़ी तकनीक जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है। अपनी समस्याएं लेकर जब कालोनी निवासी कॉलोनाइजर द्वारा बनाई गई मेंटेनेंस कमेटी के पास जाते हैं तो वहां पर भी कमेटी के पदाधिकारियों के अभद्र व्यवहार का सामना करना पड़ता है।
 सोसाइटी के हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि कभी किसी वकील के घर में चोरी होने पर मुकदमा पंजीकृत होने में 10 दिन लग जाते हैं तो कभी असामाजिक तत्वों द्वारा कॉलोनी में रह रहे जीएस कॉलेज के छात्र की पिटाई होने के बावजूद भी उसका मुकदमा पंजीकृत नहीं होता कभी कॉलोनी में आग लगने पर स्थानीय निवासी बाल्टी भर भर आग को बुझाते नजर आते हैं और कॉलोनी का फायर सिस्टम फैलियर लेकर कॉलोनाइजर अपनी फैक्ट्री में धनकुबेर बन बैठा रहता है इन्हीं सब शिकायतों के चलते आज फायर सिस्टम के सी ओ मनु शर्मा ने मीडिया के हस्तक्षेप के बाद 4 दिन पहले दिनेश नगर सोसाइटी में फायर सिस्टम का औचक निरीक्षण कर डाला अचानक से सीईओ मनु शर्मा को देखकर कॉलोनी के मेंटेनेंस विभाग की नींद उड़ गई आनन-फानन में इधर-उधर घूम रहे पदाधिकारियों को बुलाया गया तत्पश्चात फायर सिस्टम की जांच शुरू हुई जिसमें कॉलोनी का फायर सिस्टम पूर्णतह असफल पाया गया यहां तक की फायर सिस्टम को चेक करने के लिए जब ताला खुलवाया गया तो 5 मिनट तक कर्मचारी ताले की चाबी ही ढूंढते रह गए ना टंकियों में पूर्णतया पानी भरा था ना ही उनका सिस्टम चालू था यहां तक कि जब सीओ मनु शर्मा ने एक सिस्टम को स्टार्ट के निर्देश दिए तो पदाधिकारियों ने कॉलोनी में पावर सप्लाई चालू ना होने की बात बोल कर अपना पल्ला झाड़ना चाहा तब जाकर यह बात सामने आई कि फायर सिस्टम के लिए एक्स्ट्रा पावर बैकअप होना भी जरूरी है जो कि आज तक कॉलोनी के पास है ही नहीं अकेले सोसाइटी में फायर सिस्टम को अपडेट किया जाए तो 40 से 50 लाख का खर्चा होना तय माना जा रहा है सीओ मनु शर्मा ने बताया कि फायर सिस्टम को 10 दिन के अंदर अपडेट करने के कड़े निर्देश दिए हैं  अगर अगर कॉलोनाइजर 10 दिनों में फायर सिस्टम को अपडेट नहीं करता है तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही  की जाएगी इसी प्रकार अन्य मूलभूत सुविधाओं को भी अपडेट करने के लिए लगभग कॉलोनी में दो से तीन करोड़ रुपए का खर्चा होना सुनिश्चित है बावजूद इसके कॉलोनाइजर प्रत्येक घर से मेंटेनेंस चार्जेस के रूप में एक मोटी रकम वसूल कर अपनी जेब भरने में लगे हैं जबकि स्थानीय निवासियों को हो रही परेशानियों से किसी को मतलब नहीं है इस प्रकार दिनेश नगर का हर निवासी आवासीय सुविधाएं लेने के बाद यहां अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है।

मनु शर्मा (अग्निशमन अधिकारी, हापुड)