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हापुड। बार एसोसिएशन हापुड में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जयंती के अवसर पर सपा/रालोद के वरिष्ठ नेता ऐडवोकेट अनिल आजाद ने की ये मांग



हापुड। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जयंती के अवसर पर सपा/रालोद के वरिष्ठ नेता ऐडवोकेट अनिल आजाद ने की ये मांग 

रिपोर्ट -नवीन गौतम 
हापुड। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जयंती के अवसर पर सपा/रालोद के वरिष्ठ नेता ऐडवोकेट अनिल आजाद ने की ये मांग।
 चौधरी चरण सिंह का जन्म दिवस पर हापुड कचहरी में मनाया गया।
इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल आजाद ने कहा की चौधरी चरण सिंह का जन्म एक साधारण परिवार मे हुआ था। स्वाधीनता के समय उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया। इस दौरान उन्होंने बरेली कि जेल से दो डायरी रूपी किताब भी लिखी। स्वतन्त्रता के पश्चात् वह राम मनोहर लोहिया के ग्रामीण सुधार आन्दोलन में लग गए। उन्होंने प्रधानमंत्री रहते हुए कई ऐसे फैसले किए जिससे भारत देश की गरीब जनता वह किसानों को बहुत लाभ हुए उन्होंने सदैव सरकारी कर्मचारियों को जनता के प्रति सही भावना व ईमानदारी से कार्य करने के लिए निर्देशित किया। काली मिट्टी के अनगढ़ और फूस के छप्पर वाली मढ़ैया में 23 दिसम्बर,1902 को एक महान व्यक्तित्व का जन्म हुआ। चौधरी चरण सिंह के पिता चौधरी मीर सिंह ने अपने नैतिक मूल्यों को विरासत में चरण सिंह को सौंपा था। चरण सिंह ने जीवन भर गांव-गरीब-किसान के शोषण के खिलाफ संघर्ष किया। आगरा विश्वविद्यालय से कानून की शिक्षा लेकर 1928 में चौधरी चरण सिंह ने ईमानदारी, साफगोई और कर्तव्यनिष्ठा पूर्वक गाजियाबाद में वकालत प्रारम्भ की। वकालत जैसे व्यावसायिक पेशे में भी चौधरी चरण सिंह उन्हीं मुकद्मों को स्वीकार करते थे जिनमें मुवक्किल का पक्ष न्यायपूर्ण होता था। 1930 में महात्मा गाँधी द्वारा सविनय अवज्ञा आन्दोलन के तहत् नमक कानून तोडने का आह्वान किया गया। गाँधी जी ने ‘‘डांडी मार्च‘‘ किया। गरीबों के मसीहा चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न की उपाधि दिलाने के लिए महामहिम राष्ट्रपति को पत्र लिखा।
उन्होंने मांग करते हुए कहा कि भारत देश के किसानों मजदूरों व गरीबों के मसीहा पूर्व प्रधान मंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिया जाए। एडवोकेट अनिल आजाद ने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने किसान और धरती की रक्षा के लिए अपना सारा जीवन समर्पित कर दिया था। किसानों में मजदूरों के नेता चौधरी चरण सिंह को उनकी जयंती 23 दिसंबर को भारत रत्न की उपाधि देकर भारत के किसानों मजदूरों वह गरीबों के मसीहा का सम्मान करें। किसान मजदूरों के गरीबों के मसीहा देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह देश में एक ईमानदार नेता रहे हैं। उन्होंने अपना जीवन देश के किसानों गरीबों और मजदूरों को समर्पित कर दिया था। हमें किसानों गरीबों के मजदूरों की आवाज बनकर उनके विकास के लिए संघर्ष कर रहे हैं। चौधरी चरण सिंह संपूर्ण भारत के गौरव हैं और भारत रत्न की उपाधि पाने के लिए सच्चे हकदार हैं। दलित स्वाभिमानी रक्षा संघर्ष उत्तर प्रदेश आपसे मांग करती है कि आप भारत देश के किसानों गरीबों के मजदूरों के मसीहा को उनके 120 वाँ जन्म समारोह पर उन्हें भारत रत्न की उपाधि देकर देश के किसानों गरीबों का मजदूरों का सम्मान से नवाजे जाये।