ऋषि परंपरा के टीम वृद्ध जनों के साथ मना रहे होली।
जहां एक ओर लोग अपने परिवार तक सिमट ते जा रहे हैं वहीं ऋषि परंपरा एवं विकास मित्र की टीम सुदूर गांव में वैसे बुजुर्ग जिन्हें कोई देखने वाला नहीं है वहां पहुंचकर जनसहयोग से राशन सामग्री एवं गुलाल बांटकर होली मना रहे हैं।
टीम के नेतृत्वकर्ता युवा समाजसेवी धर्मेंद्र कुमार ने बताया जहां एक और आज के दौर में अपनों के लिए समय निकालना मुश्किल हो रहा है ऐसे घड़ी में असहाय बुजुर्ग एवं दिव्यांग जनों के साथ होली जैसे त्यौहार मनाना और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना असीम आनंद की अनुभूति देती है।
ऋषि परंपरा के सहयोगी ज्योतिषाचार्य मृत्युंजय कुमार ने बताया हमारी टीम पिछले कई वर्षों से वैसे बुजुर्गों के लिए इस तरह के कार्यक्रम चला रही है जो जीवन के आखिरी पड़ाव पर हैं।उन्होंने लोगों से अपने आसपास इस तरह के बुजुर्ग एवं दिव्यांग जनों की सेवा करने की अपील भी किया।
यह कार्यक्रम हिलसा के चंदौत,रेडी, रसलपुर, श्री नारायणपुर,बराडीह, कचहरिया, सैदबरही,धर्मपुर, अषाढ़ी,गुलाब चक, कुर्था, भदौल, पोषणडा,मदारचक इत्यादि गांव में चलाया गया।
इस कार्यक्रम अन्य सहयोगी शुभम कुमार,अभिनंदन आर्य,अरुण कुमार, मनोहर विश्वकर्मा,नीतीश कुमार निराला,बैजनाथ जयसवाल, मृत्युंजय कुमार,सुशील कुमार, विकास कुमार,अमन जयसवाल,अमित सिंह इत्यादि जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।