रिपोर्ट - नवीन गौतम/ लक्ष्मण सिंह
हापुड़। शुक्रवार को आपरेशन मुक्ति अभियान के तहत पुलिस व श्रम विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से बाजार, रेस्टोरेंट, होटलो में जांच अभियान चलाया। इस दौरान टीम ने दो बाल श्रमिकों को बाल श्रम से मुक्त कराया। श्रम परिवर्तन अधिकारी व पुलिस ने नगर क्षेत्र के बाजार में कई दुकानों पर छापेमारी की। इससे अफरातफरी मची रही।
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के निर्देशन में थाना एएचटीयू पुलिस एवं सहायक श्रम आयुक्त सर्वेश कुमारी के नेतृत्व में सी0डब्लू0सी0 लेबर इंस्पेक्टर विजय पाल सोनकर की संयुक्त टीम द्वारा बाल संरक्षण हेतु बालश्रम रोकथाम अभियान चलाया गया। इस दौरान दुकानों, होटलों, कारखानों व वर्कशाप आदि की चैकिंग की गई।
चैकिंग के दौरान ऑटो रिपेयर की दुकान पर व होटल में काम कर रहे दो किशोरों को बालश्रम से मुक्त कराया गया। एवं दुकान व होटल मालिकों के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की गई। इस दौरान सहायक श्रम आयुक्त सर्वेश कुमारी ने बताया कि बच्चों का काम स्कूल जाना है न कि मजदूरी करना। बाल मजदूरी बच्चों से स्कूल जाने का अधिकार छीन लेती है और वे पीढ़ी दर पीढ़ी गरीबी के चक्रव्यूह से बाहर नहीं निकल पाते हैं। उन्होन बताया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि बाल मजदूरी शिक्षा में बहुत बड़ी रुकावट है, जिससे बच्चों के स्कूल जाने में उनकी उपस्थिति और प्रदर्शन पर खराब प्रभाव पड़ता है। सरकार बच्चों को शिक्षित करने के लिए तमाम योजनाएं चला रही है लेकिन तमाम बच्चे मजदूरी करने के लिए विवश हो रहे हैं। ऐसे बच्चों को बाल मजदूरी से मुक्त कराने के लिए आपरेशन मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है।