दिखावे के लिए चलाया गया बुलडोजर अभियान, अब बन गए मकान
- हापुड़ में जमकर की जा रही कृषि भूमि पर अवैध
प्लाटिंग
रिपोर्ट - नवीन गौतम
हापुड़-पिलखुवा विकास प्राधिकरण (एचपीडीए) के अधिकारियों के कारनामे बड़े हैं। जिले भर में दर्जनों जगहों से अधिक स्थानों पर बुलडोजर चलाकर अवैध कालोनियों को अधिकारियों ने ध्वस्त कराया कर वाही वाही लूटी थी। बावजूद नगर में अवैध कालोनी बड़े स्तर पर काटी जा रही है, अब इसको अधिकारियो की मिली भगत कहे या फिर लापरवाही।
बता दें कि हापुड़-पिलखुआ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष नितिन गौड़ ने संबंधित क्षेत्रीय अधिकारियों को सख्त चेतवनी देते हुए कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। उस समय नोटिस देकर चेतावनी दी गई थी कि अवैध निर्माण कराने पर कार्रवाई होगी, लेकिन कई मामलों में अधिकारियों ने कार्रवाई के नाम पर लीपापोती की है।
बता दें कि हापुड़ के बुलंदशहर रोड़ स्थित मोती कालोनी के पीछे कई बीघा में अवैध प्लाटिंग कर मानकों को ताक पर रखकर मकान बनाए जा रहे हैं, साथ ही मोदीनगर रोड पर भी कई जगहों पर अवैध कालोनी के लिए प्लाटिंग की जा रही हैं। यहां पर करीब पांच साल पहले कई जगहों पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई थी। जिन्हे नोटिस देकर अवैध निर्माण को ध्वस्त कराया गया था।
उस समय लोगों ने निर्माण नहीं कराया था, लेकिन बाद में धीरे-धीरे कर कृषि भूमि पर अवैध निर्माण करा दिए गए हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि हापुड़ में बुलंदशहर रोड़ स्थित मोती कालोनी के पीछे अवैध प्लाटिंग की बुनियाद बाउंड्री कर मकान एनएच-नौ के किनारे यह निर्माण किए जा रहे हैं। सड़क किनारे हुए यह निर्माण अधिकारियों की साठ-गांठ का जीवंत उदाहरण है। धीरे-धीरे अधिकारियों से साठ-गांठ कर इन अवैध कालोनियों में निर्माण कराए गए हैं। इससे विभाग को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान पहुंचा है।
निर्माण हो रहा था, तब तहसील के अधिकारी भी चूपी ओढ़े रहे। इन अवैध कालोनियों में कृषि भूमि पर मकान बनाए जा रहे हैं। बता दें कि कृषि भूमि में मकान नहीं बन सकते हैं। नियमानुसार सबसे पहले कृषि भूमि को तहसील से आबादी में दर्ज किया जाना चाहिए था। इसके बाद प्राधिकरण के अधिकारी मकान बनाने के लिए नक्शा पास करते, लेकिन बिना नक्शा पास कराए यह मकान बनाए जा रहे हैं। इससे प्राधिकरण के अलावा तहसील को भी करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान पहुंच रहा है।
- हापुड़ में बुलंदशहर रोड़ स्थित मोती कालोनी के पीछे अवैध प्लाटिंग कर अगर मकान बनाए जा रहे हैं तो ऐसे किसी मामले की जानकारी नहीं है, जहां कार्रवाई के बाद निर्माण हुआ है। अवैध कालोनियों के विरुद्ध विभाग की कार्रवाई लगातार जारी है। नोटिस देकर बुलडोजर से निर्माण को ध्वस्त कराया जा रहा है। यदि ऐसा है तो जानकारी कर कार्रवाई की जाएगी।
- प्रदीप कुमार, सचिव, एचपीडीए