फोटो : प्राथमिक विद्यालय में सगाई की दावत के लिए लगी भट्टी
- सरकारी विद्यालयों में समारोह के आयोजन पर रोक के बावजूद कराई गई सगाई
- शासनादेश सं0-1008 /2012 के अनुसार सरकारी विद्यालयों में समारोह के आयोजन पर रोक के बावजूद कराई गई सगाई
BY- Anuj Singh/Sandeep Kumar
हापुड़। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में शादी या अन्य कोई समारोह करने पर रोक लगाई हुई हैं। अगर ऐसा होता है तो आयोजक व प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
फोटो : प्राथमिक विद्यालय में समारोह के लिए लगाया गया टैंट
बता दें कि उत्तर प्रदेश शासनादेश संख्या-1008 15 सितंबर 2012 के द्वारा किसी भी शासकीय शिक्षण संस्थान को शादी विवाह एवं निजी समारोह में दिया जाना वर्जित किया गया है। जिसके अनुपालन में किसी भी विद्यालय भवन को शादी समारोह के लिए दिया जाना नियमांचित नहीं है। किसी भी शादी विवाह एवं निजी समारोह कार्यक्रम के लिए सरकारी विद्यालय भवन किसी को भी उपलब्ध न करायें।
ऐसे ही एक मामला विकास खण्ड गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के गांव पसवाड़ा के प्राथमिक विद्यालय के प्रिंसिपल एवं सहायक अध्यापक द्वारा बुधवार 15 जनवरी को एक सगाई समारोह के लिए स्कूल दे दिया गया। जिसकी फोटो बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
पसवाड़ा के प्राथमिक विद्यालय में बुधवार दिन में भी सगाई की दावत के टेंट लगाकर हलवाई भट्टी लगाई गई थीं। इस मौके पर दावत उड़ाने वाले लोगों ने जमकर डीजे पर डांस किया, पत्तल कचड़ा हलवाई का सामान मयूरी रिक्शा वैगेरह फैला रहा जिससे पढ़ाई दिन भर बाधित रही। इसके चलते स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित होती रही। सरकारी स्कूलों में शैक्षिक कार्यक्रमों के अलावा किसी भी प्रकार का आयोजन किया जाना प्रतिबंधित है।
आस पास के लोगो ने जांच कर उचित कार्यवाही करने की मांग की है। सूत्रों से ज्ञात हुआ है की पूर्व में भी ऐसे कई कार्यक्रम उक्त विद्यालय में कराए जाते रहें है। जिसमें प्रधान अध्यापक वेदप्रकाश के आदेशों पर ऐसे कार्यक्रम होते रहते हैं। जबकि सरकारी स्कूलों में शादी या अन्य कोई समारोह करने पर सरकार द्वारा रोक लगाई हुई है।
मामले में जब प्रधान अध्यापक वेदप्रकाश सिंह से जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि ग्राम प्रधान के परिवार में सगाई समारोह का आयोजन था जिस कारण प्राथमिक विद्यालय में व्यवस्था की गई थी।
- क्या बोलें अधिकारी
गढ़मुक्तेश्वर खण्ड शिक्षा अधिकारी पंकज चतुर्वेदी ने बताया कि गांव पसवाड़ा के प्राथमिक विद्यालय में समारोह की जानकारी नहीं हैं। शासन द्वारा सरकारी विद्यालयों में में किसी भी प्रकार के समारोह आदि की अनुमति नहीं दी जाती हैं। अगर पसवाड़ा के प्राथमिक विद्यालय में किसी प्रकार का समारोह किया गया है तो जांच कर कारवाई की जाएगी।
फोटो : समारोह के लिए स्कूल का मुख्य द्वार सजाया गया।