रिपोर्ट- अहमद सुहैल
देश के महान जिस स्वतंत्रता सेनानी, विद्वान और प्रख्यात शिक्षाविद् अबुल कलाम आजाद की जयंती को लोग राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के तौर पर मनाते है, जानें उस शख्सियत के बारे में कुछ बातें- मौलाना अबुल कलाम आज़ाद या अबुल कलाम गुलाम मुहियुद्दीन एक प्रसिद्ध भारतीय मुस्लिम विद्वान थे, वे कवि, लेखक, पत्रकार और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे, भारत की आजादी के बाद वे एक महत्त्वपूर्ण राजनीतिक पद रहते हुए देश के पहले शिक्षामंत्री बने, पाकिस्तान बनने की सोच के खिलाफ रहने वाले अबुल कलाम महात्मा गांधी के सिद्धांतो का समर्थन करते थे, खिलाफत आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही इस आंदोलन ने आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
1940-45 के बीच भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष रहे जिस दौरान भारत छोड़ो आन्दोलन हुआ था, कांग्रेस के अन्य प्रमुख नेताओं की तरह उन्हें भी तीन साल जेल में बिताने पड़े थे, भारत में हर साल इनके जन्मदिन 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है।