उत्तराखंड। मकर संक्रांति के अवसर पर हिलसा प्रखंड के कई गांव में बुजुर्गों के बीच चुड़ा तिलकुट इत्यादि खाद्य सामग्री का किया गया वितरण। जहां एक ओर लोग पावन पवित्र गंगा और अन्य नदियों में डुबकी लगाकर दही चूड़ा के साथ मकर संक्रांति मना रहे हैं वहीं ऋषि परंपरा और विकास मित्र के टीम हिलसा प्रखंड के कुर्था, चंदौत, पोषंडा,गुलाबचक ,मदारचक भदौल इत्यादि गांवो में चूड़ा, तिलकुट, मस्का इत्यादि खाद्य सामग्री बांटकर मकर संक्रांति मना रहे हैं । टीम के प्रमुख युवा समाजसेवी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि पूरे भारतवर्ष में आज के दिन अलग-अलग भागों में अलग-अलग नाम से यह त्यौहार मनाया जाता है ऐसे में असहाय बुजुर्गों के साथ इस तरह के त्यौहार मनाना दिल को सुकून देता है वहीं दूसरी ओर ऋषि परंपरा के सहयोगी अधिवक्ता भरत प्रसाद सिंह के छोटे पुत्र ज्योतिषाचार्य श्री मृत्युंजय कुमार ने बताया हिंदू धर्म में मकर संक्रांति को सकारात्मकता एवं प्रकाश का प्रतीक माना जाता है। क्योंकि इस दिन भगवान सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण होते।शास्त्रों में इस दिन दान का भी बड़ा महत्व बताया गया है। धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि उनकी टीम पिछले कई वर्षों से बुजुर्गों की सेवा में लगे हुए हैं और आगे भी सेवा करते रहेंगे। मकर संक्रांति के सुभअवसर पर यह बितरण श्री मृत्युंजय कुमार अनुज स्व नीरज कुमार के सम्मान में किया गया ऋषि परंपरा के स्वयंसेवी शुभम कुमार ,सूरज कुमार, अमन जयसवाल,गोलू कुमार, नितीश कुमार ,इत्यादि मौजूद रहे।